कहते है यदि एक स्त्री ठान ले, तो वह किसी भी सफलता को पा सकती हैं । इस कथन को सच कर दिखाया है, बिहार के मुंगेर जिला की रहने वाली बीना देवी ने । आज लोग इन्हें ‘मशरूम महिला’ के नाम से भी जानते हैं । घर की चार दीवारी से अपनी यात्रा शुरू […]
बिहार की मेला शुरू से ही अपने हुनर से पूरे दुनिया में परचम लहराया है बात चाहे चांद की हो या समुद्र की देश में विदेश हर क्षेत्र में अपने प्रदर्शन से बिहार ही नहीं बल्कि अपने देश का भी मान बढ़ाया है और हमारे बिहार को गौरवान्वित किया है। हाल ही में बिहार की […]
मिलिए बिहार की रहने वाली 93 साल की गोदावरी दत्ता से….जिन्हें मिथिला पेंटिंग की शिल्पगुरु माना जाता है। 93 साल की गोदावरी दत्ता बिहार के मधुबनी जिले में रहती हैं और उन्होंने मिथिला पेंटिग को एक संभाग से निकालकर देश-दुनिया में पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाई है। वो बीते पांच दशक से मिथिला पेंटिंग पर […]
यूं तो महिलाएं दुनिया के हर क्षेत्र में ख़ुद को साबित कर रही हैं और अपनी क़ामयाबी के झंडे गाड़ रही हैं। लेकिन अभी भी बहुत सारे क्षेत्र ऐसे हैं, जिनसे उन्हें दूर रखा गया है। कल तक नेवी में किसी महिला का पायलट होना एक दूर की कौड़ी थी लेकिन अब यह झूठा साबित […]
पटना, बिहार की रहने वाली श्वेता सिंह भारत के मशहूर पत्रकारों में से एक है। जिनका जन्म 21 अगस्त 1977 को बिहार के मध्यमवर्गीय हिन्दू परिवार में हुआ। श्वेता सिंह अपनी शुरुआती शिक्षा अपने गृहनगर से पूरा की और उसके बाद उन्होंने पटना विमेंस कॉलेज से मास कम्युनिकेशन में अपना स्नातक पूरा किया। बचपन में […]
माउंट एवरेस्ट धरती का सबसे ऊंचा शिखर माना जाता है। यहां पहुंचना किसी व्यक्ति विशेष के लिए तो क्या बल्कि पूरे देश के लिए बहुत सम्मान की बात होती है। इसीलिए इसे फतह करने के लिए हर साल दुनिया के कोने-कोने से खूब पर्वतारोही आते तो हैं। लेकिन इनमें से कुछ ही इरादे सफल हो […]
इस पितृसत्तात्मक समाज में हर छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी चीज़ लिंग को आधार पर वर्गीकृत किया गया है। कपड़े और रंग से लेकर ऑफिस या घर के काम से लेकर उठने, बैठने, चलने, बात करने आदि का तरीका भी लैंगिक आधार पर ही बटा हुआ है। लिहाज़ा खेल भी इस प्रवृत्ति से […]
बिहार का मान बढ़ाने में बिहार की बेटियो का योगदान काफी महत्वपूर्ण रहा है। बिहार की महिलाओं ने कई दशक पहले से ही कई विभिन्न क्षेत्रों में अपना जलवा दिखाया है। अपने टैलेंट और हुनर के बदौलत देश और विदेश में खूब नाम कमाया है। फिर चाहे वह शिक्षा का क्षेत्र हो, कला का क्षेत्र […]
अमूमन हम लोग खेल-खेल में कहते हैं आओ चलो कैरम बोर्ड बोर्ड खेलते हैं। और फिर हम अपने दोस्तों के साथ कैरम बोर्ड खेलने लगते हैं। लेकिन राजा महाराजाओं के द्वारा शौकिया तौर पर खेले जाने वाला एक कैरम बोर्ड गेम अचानक ही भारत में क्रिकेट, हॉकी, बैडमिंटन फुटबॉल जैसे गेमों के बीच में भी […]
भारतीय इतिहास में भारत पर 200 साल राज करने वाला भले ही इंग्लैंड का पुरुष साम्राज्य था। पर भारत के लोगों को अंग्रेजों से आजाद करने में यहां की महिलाओं की भी उतनी ही भूमिका है जितना कि यहां के पुरुषों का। चाहे रानी लक्ष्मीबाई हो, सरोजिनी नायडू हो या सावित्रीबाई फुले। सभी ने क्रूर […]
“किसी भी रचनाकार, चाहे वह कोई कवि-कहानीकार हो या नाटककार, उसका काम निष्कर्ष देना नहीं होता। वह कई स्तरों पर विषय को विश्लेषित करते हुए एक ऐसे बिंदु पर पहुंचता है कि लगे मानो वह कोई संदेश देना चाहता है, लेकिन यह काम वह पूरी संवेदनशीलता और गहरी प्रतिबद्धता के साथ करता है।” ये कहना […]