आफताब अहमद, एक कविता बिहार से

धूप में नहा कभी | एक कविता बिहार से

आफताब अहमद जी बिहार के गया जिले के निवासी हैं| लघु-कथाएं और ग़ज़लें तो लिखते ही हैं, उपन्यास भी लिख चुके हैं| शिक्षक हैं और अपनी हालिया प्रकाशित इंग्लिश उपन्यास ‘A book in her hand’ के जरिये लड़कियों की शिक्षा प...
बिस्मिल अज़ीमाबादी

तो ‘सरफ़रोशी की तमन्ना..’ एक बिहारी बिस्मिल ने लिखी है !!

है लिए हथियार दुश्मन ताक में बैठा उधर, और हम तैयार हैं सीना लिए अपना इधर। ख़ून से खेलेंगे होली गर वतन मुश्क़िल में है, सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है। महान क्रांतिकारी रामप्रसाद बिस्मिल अक्सर ये जो ...