उमेश पासवान

मिलिए साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार पाने वाला चौकीदार कवि उमेश पासवान से

पटना से, बीबीसी हिन्दी के लिए "हम नवटोली गांव के चौकीदार हैं. गांव के माहौल में जो देखते हैं, वो लिख देते हैं. कविता मेरे लिए टॉनिक की तरह है. " बातचीत के दौरान 34 साल के उमेश पासवान ये बात कई बार दोहराते हैं...