HomeBiharविधवा को अछूत कह निकाला था नौकरी से, DM ने कुछ यूं दिलाया न्याय PatnaBeats Bihar, Dare To Dream औरंगाबाद.महिला रसोइए को विधवा बताकर एक स्कूल के हेडमास्टर ने उसे स्कूल से बाहर कर दिया। इसकी शिकायत मिलने पर डीएम कंवल तनुज मंगलवार को मौके पर पहुंचे। पूरे मामले की जांच की और विधवा से खाना बनवाकर पूरे गांव के सामने खाया। डीएम ने हेडमास्टर को दोषी करार देते हुए सस्पेंड कर दिया और FIR दर्ज करने का आदेश भी दिया। विधवा को अछूत मानते हुए नौकरी से कर दिया था बाहर… मामला बिहार के औरंगाबाद जिले के रफीगंज प्रखंड के बटुरा मीडिल स्कूल का है। स्कूल की रसोइया उर्मिला देवी को हेडमास्टर शिव गोविंद प्रसाद ने 2013 में पति की मौत बाद अछूत मानते हुए रसोइया की नौकरी से हटा दिया था। उसकी जगह पर उसी गांव के रामकेवल यादव को बतौर रसोइया बहाल कर दिया। हेडमास्टर ने यह सब बिना शिक्षा समिति की बैठक या विभागीय जानकारी दिए बगैर ही कर दिया गया। नौकरी जाने के बाद महिला सालों तक गिड़गिड़ाती रही, लेकिन हेडमास्टर सुनने को तैयार नहीं थे। इसके बाद उसने ब्लॉक ऑफिस का चक्कर लगाया, लेकिन इससे भी कोई फायदा नहीं हुआ। डीएम के पास गई तो जांच करने खुद पहुंच गए थक-हार कर महिला सोमवार को अपनी फरियाद लेकर डीएम के पास पहुंची। डीएम ने मामले को गंभीरता से लिया और मंगलवार को खुद जांच करने स्कूल पहुंच गए। यहां स्कूल की रसोइया पंजी, एमडीएम पंजी और चखना रजिस्टर की जांच की। इसमें कई गड़बड़ियां सामने आईं। डीएम ने जब सवाल किया तो हेडमास्टर नहीं दे पाए जवाब इस मामले में हेडमास्टर ने दलील दी कि उक्त रसोइया लगातार काम पर नहीं आ रही थी, जिसके कारण उसे निकाल दिया। डीएम ने जब उससे सवाल किया कि इसकी अनुमति क्या विभागीय स्तर पर ली गई तो हेडमास्टर के पास कोई जवाब नहीं था। डीएम ने विधवा रसोइया को बहाल करने का निर्देश देते हुए उससे खाना बनवाया और पूरे गांव के बच्चों के साथ बैठकर खाया। डीएम के आदेश के बाद आरोपी हेडमास्टर को सस्पेंड कर दिया गया। दोषी पर होगी कार्रवाई : डीएम डीएम कंवल तनुज ने कहा कि महिला का आरोप आज के समाज में बिल्कुल निंदनीय है। मामले की जांच के बाद आगे की कार्रवाई की गई है। विधवा रसोइया को फिर से बहाल कर दिया गया है। वहीं, दोषी हेडमास्टर के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की गई है। फंसाने की साजिश : हेडमास्टर इस संबंध में हेडमास्टर शिव गोविंद प्रसाद ने बताया कि उक्त रसोइया के पति की मौत 2013 में हुई थी, जबकि नौकरी से उसे 2014 में निकाला था। अब दो साल बाद मुझे जानबूझ कर फंसाने के लिए साजिश की जा रही है। Source: Dainik Bhaskar