कहा जाता है कि इंसान की तकलीफ इंसान को महान बनाती है। एक ऐसी ही कहानी है बिहार के कैमूर जिला निवासी राघवेंद्र की।राघवेंद्र कुमार के मित्र की सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। बाइक चलाते वक्त उनके मित्र ने हेलमेट नहीं पहना था। दुर्घटना में सिर में चोट आई, जिसके कारण उन्हें बचाया […]
हमारे इतिहास के पन्नों में कई ऐसे स्वतंत्रता सेनानीयों के नाम है जिनका उल्लेख नही मिलता है। लेकिन उन्होंने देश को आजाद कराने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। साल 1857 की क्रांति से लगभग 80 साल पहले बिहार के जंगलों से अंग्रेजी हुकुमत के खिलाफ़ जंग छिड़ चुकी थी। इस जंग की चिंगारी खुद […]
बिहार के मिथिलांचल का मुख्य जगह कहा जाने वाला दरभंगा अपने समृद्ध और अतीत के लिए पुरे हिंदुस्तान में प्रसिद्ध है। दरभंगा अपने महाराज के लिए पुरे हिंदुस्तान में जाना जाता है।दरभंगा अपनी सांस्कृतिक और परंपराओं के लिए भी मशहूर है और शहर बिहार की सांस्कृतिक राजधानी के रूप में लोकप्रिय है। यहाँ का इतिहास […]
4 मई को हर साल नेशनल फायर फाइटर्स डे अग्निशामक दिवस मनाया जाता है। यह दिन उन अग्निशामकों (firefighters) को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है जो बस हमारे एक कॉल पर अपनी जान जोखिम में डालने को तैयार रहते हैं। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य उन सभी सेवाओं के लिए अग्निशामकों […]
यूं तो महिलाएं दुनिया के हर क्षेत्र में ख़ुद को साबित कर रही हैं और अपनी क़ामयाबी के झंडे गाड़ रही हैं। लेकिन अभी भी बहुत सारे क्षेत्र ऐसे हैं, जिनसे उन्हें दूर रखा गया है। कल तक नेवी में किसी महिला का पायलट होना एक दूर की कौड़ी थी लेकिन अब यह झूठा साबित […]
देश की आज़ादी के लिए न जाने कितने ही महापुरुषों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी, और कठिन परिश्रम और मेहनत के बल पे हमारे देश को आज़ादी की रोशनी से रौशन किया, हमारा प्रदेश बिहार ना केवल मोक्ष की धरती है बल्कि कई ऐसे स्वंतत्रता सेनानियों की जननी भी है । उनमें से […]
अपने ज़िले की मिट्टी से… कि अब तू हो गई मिट्टी सरहदी इसी से हर सुबह कुछ पूछता हूँ, ये कुछ पंक्तियां उस कलम की लिखी गई हैं जिसमे बिहार के मिट्टी की सुगंध है, फणीश्वर नाथ रेणु एक ऐसे लेखक जिन्होंने अपने कलम के सहारे कोने कोने में अपनी पहचान का दीपक जलाया। ∆ […]
हमारे देश की कला और संस्कृति की चर्चा तो विश्व के हर कोने में होती है , सांस्कृतिक विचारधाराओं में रंगा हमारा देश अपने आप में ही मिशाल कायम करता है। इनमें से एक है अगहन के महीने में बक्सर में हर साल आयोजित होने वाला पंचकोसी परिक्रमा मेला जो अपने आप में अनूठा मेला […]