
बिहार की धरती से हमेशा नए- नए टैलेंट उभरते रहे हैं और देश का नाम रोशन करते रहे हैं। बिहार के भागलपुर के जमसी गांव के रहने वाले आकाश सिंह ने अपने हुनर से लोगों को “एक बिहारी सौ पर भारी” कहावत को मानने को मजबूर कर दिया है। उन्होंने कलर्स चैनल के टैलेंट शो ‘हुनरबाज- देश की शान, 2022″ की ट्रॉफी अपने नाम कर ली है। आकाश सिंह ने अपने टैलेंट के दम पर ना सिर्फ अच्छे-अच्छे कंटेस्टेंट्स को पीछे छोड़ दिया बल्कि कम समय में ही करोड़ों लोगों के दिलों में खास जगह बना ली है। हुनरबाज की ट्रॉफी के साथ ही साथ आकाश सिंह को 15 लाख का नकद इनाम भी दिया गया है। फिनाले के दिन आकाश सिंह ने इतनी खूबसूरती के साथ अपनी परफॉर्मेंस दिया कि सेट पर मौजूद हर किसी ने दांतों तले उंगली ही दबा ली।
शो के दौरान हि आकाश ने बताया था कि किस तरह वह 4 साल से मुंबई की सड़कों और पार्क में रहकर जिंदगी गुजार रहे थे। उन्होंने यह भी बताया कि पार्क में घंटों रहकर वह डांस की प्रैक्टिस किया करते थे। वह लाइट के पिलर और पार्कों में लगे पिलर पर डांस की प्रैक्टिस करते थे। वह बॉलीवुड में भाग्य आजमाना चाहते है और अपने जैसे हुनरमंदों की मदद करना चाहते हैं। आकाश का भागलपुर से मायानगरी मुंबई तक का सफर काफी पीड़ादायक है। आकाश का बचपन एक रूम के खपरैल के घर में बीता। उनके पिता एक ड्राइवर है और मां गृहणी है। वह 2018 में डेढ़ हजार रुपए लेकर मुंबई आए थे। मुंबई में अपना खर्च निकालने के लिए आकाश सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी से लेकर दूध और अखबार तक भी बेच चुके हैं।
वह इंडियाज् गाॅट टैलेंट में भी हिस्सा ले चुके हैं और ऑडिशन राउंड क्लियर भी कर चुके हैं। लेकिन किन्हीं कारणवश उस रियलिटी शो में वह आगे नहीं जा पाए। वे कहते हैं कि सालों की मेहनत का आखिरकार मुझे फल मिल गया। गांव के जो लोग पहले मम्मी- पापा पर हंसते थे, उन्हें ताना मारते थे आज वो उनके साथ फोटो खिंचवाते हैंं। उनका सम्मान करते हैं। इस प्रतियोगिता में जीती राशि से वह अपने गांव में अपने मां-बाप के लिए एक पक्का का मकान बनवाना चाहते हैं। और उन्हें शिर्डी दर्शन कराना चाहते हैं। आकाश के लिए यह जीत किसी खूबसूरत सपने की पूरे होने से कम नहीं है।