
कहा जाता है कि कामयाबी की कोई उम्र नहीं होती वह किसी भी उम्र में आपके माथे को चुम सकती है। और यह भी कहा जाता है कि बिहार अपने हुनर से पूरे विश्व में विख्यात है। यहां के हर जिले और गांव से हुनर निकलते हैं। चाहे वह क्षेत्र खेल सिनेमा, संगीत हो या नृत्य।
15 साल की उम्र में बिहार के सारण जिले की पल्लवी राज ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मेडल जीतकर सारण ही नहीं पूरे बिहार व देश का नाम रोशन किया है। सारण में मां शक्ति की पीठ के रूप में विख्यात पल्लवी राज दिघवार प्रखंड के आमी गांव की बेटी है। पल्लवी के पिता का नाम रुद्र कुमार और माता का नाम ममता सिंह है। आपको बता दें कि 2021 में मिस्र के काहिरा वर्ल्ड किक बॉक्सिंग प्रतियोगिता में अपने दमदार पंच व किक के बदौलत पल्लवी ने अपने को प्रतिद्वंदी को मात देते हुए गोल्ड मेडल पर कब्जा कर लिया । इस जीत को हासिल कर भारतीय टीम में खुशी की लहर दौड़ गई
जानकारी के अनुसार बता दें कि पल्लवी 2014 से लगातार किक बॉक्सिंग में राष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिता के सबजूनियर व जूनियर वर्ग में 3-3 बार गोल्ड मेडल हासिल कर चुकी हैं। इतना ही नहीं पल्लवी ने अपनी प्रतिभा के बदौलत नेशनल वुशु गेम में भी राष्ट्रीय स्तर पर एक बार ब्रोंज मेडल जीती तथा एसजीएफआई द्वारा आयोजित नेशनल स्कूल गेम के वुशु स्पर्धा में भाग ले चुकी है।
2019 में पाली की इस उपलब्धि पर राज्य सरकार द्वारा राज्य खेल पुरस्कार 2019 से भी सम्मानित किया जा चुका है। पल्लवी की इस जीत पर उसके दिघवारा कॉलेज और उसके घर सहित पूरे आमी गांव के लोग आज भी पल्लवी के लिए गौरवान्वित है।