HomeBiharऐसी रेसिपी जिनके बिना बिहार में अधूरी है होली PatnaBeats Bihar होली नजदीक है, अधिकांश लोग होली के पहले ही रंगों में रंग चुके है। लेकिन इस त्योहार के पहले और त्योहार के बाद भी कई दिनों तक भी असर रहता है। होली हर राज्य में एक ही उत्साह उमंग के साथ मनाई जाती है। लेकिन बिहार में ‘कुर्ता फाड़ होली’ अपने उल्लास पूर्ण मनोरंजन के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है। बिहार का मुख्य उत्सव में से एक होली का उत्सव फागुन पूर्णिमा की पूर्व संध्या से शुरू हो जाता है।जिसमें लोग होलिका दहन करते है, और बुराई पर अच्छाई का प्रतिक बताते है। होलिका दहन जिसे ‘छोटी होली’ भी कहा जाता है।बिहार राज्य में होली का सुबह का समय गीले रंगों को समर्पित होता है। जबकि शाम गुलाल और पारंपरिक व्यंजन के बारे में होती है। अब त्यौहार हो और स्वादिष्ट भोजन शामिल ना हो ऐसा हो नहीं सकता हर राज्य की तरह बिहार में भी कई तरह के व्यंजन है जो स्वादिष्ट होते हैं और एक विशेष शैली में बनाए जाते हैं। बिहार राज्य में होली पर मुख्य रूप से बनाए जाने वाले व्यंजनो के नाम दही वड़ा- दही वड़ा जिसे दही बड़ा भी कहते है। इस व्यंजन के बिना तो रंगों का यह त्योहार अधूरा सा होता है। होली के दिन इसे खास व्यंजन के रूप परोसा जाता है। यह व्यंजन मूल रूप से उड़द की दाल के पेस्ट के साथ तैयार किया जाता है और गोल आकार में फ्राई किया जाता है। उसके बाद अपने पसंद अनुसार मीठे या खट्टे ( नमकीन) दही में डूबो दिया जाता है। भांग ठंडाई- बिहार क्या पूरा भारत देश भांग ठंडाई के बिना अधुरी है। और होली का उल्लेख बिना ठंडाई का तो कर ही नही सकते। यह दूध, गुलाब, सूखे मेवे, गुलखैरा के साथ तैयार किया जाता है। यह ठंडा पेय पदार्थ होता है। जिसे लोग पीते है। भांग का उल्लेख प्राचीन हिंदू ग्रंथों में भी मिलता है। केले का पुआ- ‘पुआ’ नामक यह व्यंजन एक विदेशी संस्करण है। इसका देसी संस्करण बिहार राज्य में देखा जा सकता है। त्योहार के दिन यह मीठे व्यंजन के रूप में बनाया जाता है। यह सबका पसंदीदा व्यंजन होता है। जो मैश किए हुए केले से बनाए जाते है।शाकाहारी लोगों को कटहल की सब्जी के साथ और मांसाहारी लोगों को मटन करी के साथ परोसा जाता है। मटन करी- मटन करी एक मांसाहारी भोजन है। और मांसाहारी लोगों का पसंदीदा व्यंजनों में से एक है। होली के पूर्व से ही मटन की कीमतों में बढ़ोतरी हो जाती है। इसे सरसों के तेल या घी में बनाया जाता है। मटन करी के क्षेत्रीय संस्करण में बहुत सारे कच्चे मसाले होते हैं। कटहल की सब्जी- कटहल की सब्जी कटहल करी के नाम से भी जाना जाता है एक स्वादिष्ट मुख्य व्यंजन है और लोगों का पसंदीदा भी। जिसे कई मसालों में पकाया जाता है। यह सब्जी पकने के बाद स्वादिष्ट स्वाद देती है। होली पर मालपुआ, कचौरी और यहां तक कि पूरी के साथ परोसा जाता है। मालपुआ- यदि बिहारियों के बीच सबसे लोकप्रिय बिहारी व्यंजनों की प्रतियोगिता होगी जो सीधे बिहार के लिट्टी चोखा से प्रतिस्पर्धा कर सकती है तो वह निश्चित रूप से मालपुआ होगा। मालपुआ केले के पुआ की तरह ही स्वाद वाला मीठा व्यंजन है। जिसे मैदा का घोल तैयार कर उसमें ड्राई फ्रूट्स डाल कर बनाया जाता है। होली के दिन यह व्यंजन प्रत्येक घरों में बनाई जाती है। ड्राई फ्रूट्स- ड्राई फ्रूट्स कई सारे ड्राई फलों को मिलाकर बनाया जाता है। यह सूखा नारियल, किशमिश, सुपारी, काजू, सौंफ, सूखे खजूर का मिश्रण होता है। होली की शाम को मेहमानों को गुलाल लगाने के साथ इसे दिया जाता है। पापड़ी चाट- अब चाट किसे पसंद नहीं। इसे बनाना भी काफी आसान है, रेडीमेड सामग्री को इकट्ठा करना और सब को एक साथ मिलाकर बनाया जाता है। इसे बनाने में अधिक समय भी नहीं लगता है। त्योहार में व्यस्तता के बीच समय की बचत भी हो जाती है और लोग खाना भी पसंद करते है।